Cervical Cancer एक प्रकार का कैंसर है जो महिलाओं के गर्भाशय के निचले हिस्से, यानी Cervical (cervix) में विकसित होता है। यह कैंसर वायरस (HPV) के संक्रमण के कारण हो सकता है और अधिकतर समय तक लक्षण नहीं दिखाता है, इसलिए Screening और नियमित चेकअप आवश्यक होते हैं। और ज्यादा तर यह बिमारी महिलाओ में देखा जाता है,आइए Cervical Cancer की पुरी जानकारी मिलकर जानते हैं।
आप सभी को बता दें कि Cervical Cancer कैसे होता है, यह शुरुआती स्तर पर अक्सर लक्षणों के साथ नहीं होता है, और हमे पता भी नही होता है कि यह बीमारी हमे हैं या नहीं,इसलिए नियमित रूप से हमे चेकअप और Screening बहुत ज्यादा ज़रूरी हैं। और किसी को लगता है कि यह परेशानी उन्हें Cervical Cancer हो सकता है, तो उन्हें तुरंत ही हॉस्पिटल में जाकर डॉक्टर सलाह लें लेनी चाहिए।
सर्वाइकल कैंसर का ज्यादातर मामला उम्र 30 से 50 वर्ष के बीच की महिलाओं में देखा जाता है। इस अवधि में महिलाओं के हॉर्मोनल परिवर्तन और यौन गतिविधियों में बदलाव होता है, जिससे संक्रमण का जोखिम बढ़ जाता है। लेकिन यह किसी भी उम्र में हो सकता है, और बड़ी उम्र में भी सर्वाइकल कैंसर की संभावना हो सकती है। इसलिए, नियमित चेकअप और Screening सभी उम्र की महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण हैं।
2020 में विश्वभर में सर्वाइकल कैंसर से लगभग 3.4 लाख महिलाएं मर गई थीं। और यह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर की उपलब्ध आंकड़े कि जानकारी हैं
नियमित जांच: स्क्रीनिंग टेस्ट जैसे पाप स्मीयर टेस्ट या HPV टेस्ट के माध्यम से सर्वाइकल कैंसर की पहचान करें।
वैक्सीनेशन: HPV वैक्सीन का उपयोग करें, जो सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ सुरक्षा प्रदान कर सकता है।
नियमित योग्य आहार: फल, सब्जियां, पूरे अनाज, और प्रोटीन जैसे स्वस्थ खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
स्वस्थ जीवनशैली: धूम्रपान और अत्यधिक शराब का सेवन न करें, और नियमित व्यायाम करें।
स्त्री स्वास्थ्य का ध्यान रखें: गर्भावस्था के समय स्वास्थ्य पर ध्यान दें, और गर्भ न ठहरने पर नियमित जांच कराएं।
और आप सभी को यह लगे कि ये समस्या आप किसी को भी हैं, तो आप हॉस्पिटल जाकर तुरत डॉक्टर से संपर्क करें। और अपनी इस समस्या की पूरी जानकारी डॉक्टर को दे, ताकि वह “डॉक्टर” सही समय में आपको सही सलाह और सही इलाज़ करे ।
सर्वाइकल कैंसर वैक्सीन के लिए ,आमतौर पर यह तीन खुराकों में दी जाती है। और पहली खुराक आमतौर पर टीन या युवा की उम्र के आसपास में दी जाती है, और दूसरी और तीसरी खुराक कुछ महीनों के अंतराल में दी जाती हैं। और यह vaccine आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है, इसलिए आप डॉक्टर की बात और बीना सलाह के न ले।
और यह बहुत ही ज़रूरी कि आप अपने डॉक्टर से बिलकुल बताएं,ताकि वह डॉक्टर आपकी आयु और स्वास्थ्य, और शरीर की जितनी भी परेशानी है वह डॉक्टर उन सब कि जांच कर के आप के लिए सर्वाइकल कैंसर की सही veccine आप के लिए इंतजाम कर सकें।
सर्वाइकल कैंसर से साल में क़रीब 1 लाख 30 हज़ार महिलाओं इस सर्वाइकल कैंसर से डिटेक्ट होती है. और इतना ही नहीं, बल्कि साल में इस सर्वाइकल कैंसर की बिमारी से 74 हज़ार महिलाओं की मौत वे उनकी जान चली जाती हैं , और इस बीमारी की संक्रमण लगभग 62 फीसदी हैं।सर्वाइकल कैंसर जो ब्रेस्ट कैंसर के बाद दूसरा सबसे ज्यादा ही खतरनाक और भारत का सबसे ज्यादा मृत्यु दर की संख्या बढ़ाने वाला कैंसर है.
चरण IIB, III, और IVA के लिए कैंसर का पूरा नाम निम्नलिखित है:
आपके उपाय के विकल्प के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए धन्यवाद। चरण IIB, III, और IVA कैंसर जिनमें रोगी के कैंसर की स्थिति का आकलन किया जाता है, के लिए केमोरेडिएशन एक विकल्प हो सकता है। केमोरेडिएशन के लिए कई विकल्प हो सकते हैं, जिनमें सिस्प्लैटिन, कार्बोप्लाटिन, और सिस्प्लैटिन प्लस फ्लूरोरासिल शामिल हो सकते हैं।
ये उपाय कैंसर के लक्षणों, रोगी की स्थिति, और उनकी स्वास्थ्य स्थिति के आधार पर चिकित्सा विशेषज्ञ द्वारा निर्धारित किए जाते हैं। और इसके साथ आप हॉस्पिटलों में जाकर अच्छे डॉक्टर से संपर्क करें और इस बीमारी की पूरी जानकारी ले।
यहाँ उपलब्ध सुविधाओं, विशेषज्ञता, अनुभव, और अन्य परिस्थितियों के आधार पर अस्पतालों की चयनित सूची है। यह हमेशा बेहतर होता है कि व्यक्तिगत परिस्थितियों के आधार पर अस्पताल का चयन किया जाए।
भारत में स्पेशियलिस्ट सर्वाइकल कैंसर डॉक्टर के कुछ प्रमुख नाम हैं:
इसके अलावा भारत में और भी कई डॉक्टर हैं, जो सर्वाइकल कैंसर के स्पेशियलिस्ट हैं,और अपनी आवश्यकता के अनुसार इलाज करा सकते हैं।
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